लेखनी प्रतियोगिता -30-Dec-2022 फ़र्ज
है मेरा तुम से वादा ये जानां
या समझो कि है फ़र्ज मेरा
जब बनाऊंगा मैं तुमको अपना जीवन साथी
और आओगी जब मेरे इस घर में जाना
मैं राहे फूलों से भर दूंगा
ये वादा तो ना करता हूँ
पर ध्यान मैं ये हरदम रखूँगा
दूं बराबर का अधिकार तुम्हें
ना लगे ठेस आत्मसमान को कभी
ये वादा करता हूँ तुमसे जाना
हो जाए कभी छोटी मोटी गलती तुमसे
तब साथी बनकर मैं तुमको
हर सही बात सिखलाऊँगा
साथ साथ चलकर जाना
हर मंज़िल हम तय कर लेंगे
जीवन का हर दर्द तुम्हारा
खुशियों में तब्दील करने की कोशिश करूँगा
हैं फ़र्ज के साथ कर्तव्य मेरा
मैं इसका जीवन भर
हर सुख दुख में साथ निभाऊँगा ll
मधु गुप्ता
Muskan khan
30-Dec-2022 06:24 PM
Nice 👍
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Madhu Gupta "अपराजिता"
30-Dec-2022 09:08 PM
Thank you😊
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